भौतिक राशियाँ और उनके मात्रक Mechanics || मानक एवम मात्रक सम्बन्धी महत्वपूर्ण प्रश्न?

भौतिक राशियाँ ,Mechanics

भौतिक राशियाँ और उनके मात्रक Mechanics || मानक एवम मात्रक सम्बन्धी महत्वपूर्ण प्रश्न?

भौतिक राशियाँ मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है :

भौतिक राशियाँ

(A) अदिश राशियाँ (भौतिक राशियाँ): ऐसी भौतिक राशियां जिनको व्यक्त करने के लिए केवल परिमाण (Magnitude) की आवश्यकता होती है, दिशा की नहीं, वे अदिश राशियां (Scalar Quantitie) कहलाती है। जैसे-दूरी, चाल, द्रव्यमान, आयतन, ऊर्जा, समय, घनत्व, विद्युत धारा, आदि।

(B) सदिश राशियां (भौतिक राशियाँ): ऐसी भौतिक राशियां जिनको व्यक्त करने के लिए परिमाण के साथ-साथ दिशा की भी आवश्यकता होती है, वे सदिश राशियां (Vector Quantities) कहलाती है। जैसे-वेग, विस्थापन, संवेग, बल, त्वरण, कोणीय वेग, चुम्बकीय तीव्रता,

विद्युत तीव्रता, भार आदि।

मापन या मात्रक पद्धति

भौतिक राशियों के मापन की मुख्यतः 4 पद्धतियाँ है:

(i) CGS पद्धति (Centimetre Gram Second System) : इस मापन प्रणाली को फ्रांसीसी प्रणाली या मीट्रिक प्रणाली भी कहा जाता है। (ii) FPS पद्धति (Foot-Pound-Second System) : इसे ब्रिटिश प्रणाली भी कहा जाता है।

(iii) MKS पद्धति (Metre-Kilogram-Second System): इंजीनियरिंग एवं औद्योगिक क्षेत्रों में मापन हेतु इसी प्रणाली का प्रयोग किया जाता है।

(iv) SI पद्धति (System International) : यह प्रणाली ‘अंतर्राष्ट्रीय माप-तौल अधिवेश’ – 1971 में स्वीकार की गयी थी। वर्तमान में यह पद्धति सर्वाधिक प्रचलन में है। इस पद्धति में 7 मूल मात्रक तथा 2 पूरक मात्रक सम्मिलित है।

mechanics , भौतिक राशियाँ

भौतिक राशियाँ के 7 मूल मात्रक हैं

1. लम्बाई

2. समय

3. ताप

4. द्रव्यमान

5. विद्युत धारा

6. ज्योति तीव्रता

7. पदार्थ की मात्रा।

वो पूरक मात्रक है

1. रेडियन : समतल कोण का मात्रक।

2. स्टीरेडियन : ठोस कोण का मात्रक।

लम्बाई के छोटे मात्रक

– माइक्रोमीटर = 10-6 मी.

नैनोमीटर = 10-9 मी

एंग्सट्रॉम = 10-10 मी.

पिकोमीटर = 10-12 मी.

फर्मी = 10-15 मी.

विमाएँ (Dimensions)

लम्बाई की विमा – L

द्रव्यमान की विमा – M –

समय की विमा – T

क्षेत्रफल = लम्बाई x चौड़ाई = L – L = L2

आयतन = लम्बाई x चौड़ाई x ऊँचाई = L x Lx L=L3

त्वरण = =

बल = द्रव्यमान त्वरण = MLT-2

कार्य = बल विस्थापन = MLT-2 x L = MLT-2

– शक्ति = = = ML2T-3

बल आघूर्ण = बल x दूरी = MLT-2 x L = ML2T-2

गतिज ऊर्जा = 1 mv2 = m x (LT-1)2= MLT2 = L = ML2T-2

बल आघूर्ण = बल x दूरी = MLT-2 ML-2T-2

स्थितिज़ ऊर्जा = Mgh = MLT-2L= ML2T-2

पृष्ठ तनाव = = =ML-2

संवेग = द्रव्यमान x वेग = MLT.-1

चाल= =

आवेग = बल x = MLT-2 x T = MLT-1

घनत्व = =

भौतिक राशियाँ के महत्वपूर्ण मापन यंत्र –

एल्टीमेटर – विमान की ऊँचाई

ऑडिओमीटर – ध्वनि की तीव्रता

ऐयरोमीटर – वायु एवं गैस का भार ।

एनीमोमीटर – वायु की गति –

वर्नियर कैलिपर – बेलनाकार वस्तुओं का व्यास –

क्रोनोमीटर – पानी के जहाजों में सही समय बताने वाला यंत्र

रेन गेज – वर्षा मापी यंत्र

स्क्रू गेज – तार का व्यास

सेक्सटेंट — ऊँचाई मापने वाला यंत्र

थर्मोपइल – विकिरण तीव्रता मापन यंत्र

यूडोमीटर — वर्षा मापक यंत्र

फोनोमीटर ध्वनि की तीव्रता

पॉलीग्राफ सच्चाई की जाँच

स्पीडोमीटर – वाहन की गति

टेकोमीटर – वायुयान की गति

नेफोस्कोप – वायुमंडल में बादलों की गति

मैनोमीटर – गैस का दाब मापन यंत्र

साइटोट्रोन – कृत्रिम बादल बनाने वाला यंत्र

मेटियोरोलॉजी – मौसम विज्ञान का अध्ययन

भौतिक राशियाँ प्रमुख शब्दावली

प्लाज्मा – पदार्थ की चौथी अवस्था

बॉस आईस्टीन – पदार्थ की पाँचवीं अवस्था

कैनन – तोप का गोला

शुष्क बैटरी में कैथोड जस्ता (Zn) तथा एनोड कॉर्बन (ग्रोफाइट) का बना होता है।

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ऊर्जा (Energy)

मुख्य रूप से ऊर्जा को दो भागों में बांटा गया है

(i) गतिज ऊर्जा : किसी वस्तु में उसकी गति के कारण उत्पन्न कार्य करने की क्षमता को वस्तु की गतिज ऊर्जा कहते है।

गतिज ऊर्जा (KE) =

वस्तु की गति को दोगुना करने पर KE चार गुना हो जायेगी और गति को आधा कर देने पर वस्तु की KE एक चौथाई (1/4) हो जायेगी।

(ii) स्थितिज ऊर्जाः किसी पिण्ड की विशिष्ट स्थिति के कारण उसमें संचित ऊर्जा स्थितिज ऊर्जा कहलाती है।

∴ स्थितिज ऊर्जा (PE) = mgh

m = वस्तु का द्रव्यमान

g= गुरूत्वीय त्वरण

h = ऊँचाई

उदाहरण : टंकी में एकत्रित जल, ऊँचाई पर रखे पत्थर में, धनुष की कमान खींचने पर, आदि।

  • ऊर्जा का SI मात्रक जूल है।
  • ऊर्जा का CIS मात्रक अर्ग है।
  • जूल 107 अर्ग

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