Topper Kaise bane-अच्छे MARKS न ला पाने के 5 कारण ?

अच्छे MARKS  5 न ला पाने के कारण ?हेलो दोस्तों Welcome To The  “let Me Learn”  आज के इस पोस्ट में हम बात  करने वाले है की Topper kaise Bane Part 2-Series कि वो कौन से  3 कारण होते है जिससे हमें सब कुछ पता होने पर भी बेस्ट नहीं दे पाते ।
कुछ लोगो को ये प्रॉब्लम आ रही थी की में बहुत शुद्ध हिंदी में लिखता हूँ तो इस पोस्ट मैंने उस कमी को सुधर कर अंग्रेजी ले शब्द आपको दिए है जिससे आपको कोई प्रॉब्लम न हो।  , सब कुछ याद होने पर भी हम एग्जाम में अपना
Topper kaise Bane Part 2- अच्छे MARKS  5 न ला पाने के कारण ?
ऐसे बहुत से छात्र हैं, जो किसी Special exam (10 Board, 12 Board or any competition) के लिए मेहनत तो बहुत करते हैं, लेकिन Exam में वे अधिक अच्छे MARKS  लाने में असमर्थ होते हैं। इसके कई कारण हो सकते हैं।
1 प्रश्नों के उत्तर लिखने का तरीका (Topper kaise Bane Part 2 )
यह clear है कि आपको परीक्षा में MARKS , आपके द्वारा लिखे गए उत्तर के आधार पर मिलते हैं न कि इस आधार पर कि आपको उस विषय से सम्बन्धित कितनी गहन जानकारी है या आपने उस विषय में कितना hard work  किया है ।

वर्णनात्मकपरीक्षा (Descriptive Questions)

इस प्रकार के Exams  में प्रश्नों के उत्तर का प्रस्तुतीकरण (Presentation), अच्छे MARKS  प्राप्त करने हेतु बहुत महत्त्वपूर्ण होता है। Most of  छात्र प्रश्नों के उत्तर जानते हैं, लेकिन उनके उत्तर के प्रस्तुतीकरण (Presentation) के स्तर (level)  में बहुत अन्तर होता है। इसी कारण उनके MARKS  में भी अन्तर होता है।

जो छात्र नोट्स बनाकर पढ़ते हैं, उनका प्रस्तुतीकरण  (Presentation) अच्छा होता है। ऐसे भी छात्र होते हैं, जिनकी पढ़ाई विस्तृत एवं गहरी (Detailed and Deep) होती है, लेकिन वे अपने उत्तर को संक्षिप्त

(short)  करके लिख नहीं पाते हैं। इससे उस विषय में उनका ज्ञान बहुत अधिक होने के बाद भी उनके MARKS  अच्छे नहीं आ पाते हैं।

ऐसे छात्रों को परीक्षा से पूर्व ही प्रश्नों के उत्तर लिखने का अभ्यास अवश्य कर लेना चाहिए। संक्षेपीकरण (Precis Writing) भी एक कला है। लिखित परीक्षा में कम समय में बहुत अधिक लिखना अथवा कम शब्दों में अधिक स्पष्ट करना ही सफलता की कुँजी है । (The Key Of Success) अतः आपको संक्षेपीकरण की कला आनी चाहिए। मुख्य बिन्दु यह है कि MARKS  प्राप्ति का आधार आप द्वारा उत्तर पुस्तिका में लिखे गए उत्तर ही होते हैं।

वस्तुनिष्ठपरीक्षा (Objective Exam)

इस प्रकार की वस्तुनिष्ठ (Objective Exam) परीक्षाओं में आपकी तैयारी उसी के अनुसार होनी चाहिए क्योंकि वस्तुनिष्ठ प्रश्न-पत्र की तैयारी करने का ढंग वर्णनात्मक प्रश्न पत्र की तैयारी से बिल्कुल भिन्न होता है। वस्तुनिष्ठ प्रश्न-पत्र की तैयारी बहुत विशिष्ट (Specific) होती है । वस्तुनिष्ठ परीक्षा में समय कम होता है ।

आप भी टॉपर बन सकते हैं

छात्र को बहुत शीघ्रता से बहुत सारे प्रश्नों के उत्तर देने होते हैं। कई बार वस्तुनिष्ठ परीक्षा में छात्र जल्दी-जल्दी में अपना उत्तर गलत प्रश्न क्रमांक पर देने लग जाते हैं, जिससे उनका सभी प्रश्नों के उत्तर का क्रमांक बदल जाता है ।

उदाहरणस्वरूप (For Example) यदि प्रश्न क्रमांक 40 का उत्तर 41 क्रमांक के आगे लिख दिया जाता है, तो आगे के सारे उत्तर गलत हो जाएंगे। इस प्रकार की गलती, असावधानीवश जल्दी-जल्दी में कई छात्रों से हो जाती है।

2 परीक्षा के दिनों में तनावग्रस्त होना (Topper kaise Bane part 2)

बहुत से मेधावी छात्र, पूरे वर्ष तो मन से मेहनत करते हैं, लेकिन जैसे ही परीक्षा का समय आता है, वे एक विशेष तनाव से घिर जाते हैं। जैसे-जैसे परीक्षा के दिन पास आते हैं, उनका तनाव बढ़ता जाता है, जिससे उन्हें कुछ याद नहीं रहता। उन्हें लगता है कि वे सबकुछ भूल गए हैं। वे सारा आत्मविश्वास खो बैठते हैं एवं सक्षम होने के बाद भी, तनाव के कारण, परीक्षा में उनके अच्छे MARKS  नहीं आ पाते हैं।

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( परीक्षा के दिनों में तनाव मुक्त कैसे रहें? ।)

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3 परीक्षा की रात को नींद नहीं आना (Topper kaise Bane part 2)

कई छात्र वैसे तो तनावमुक्त रहते हैं, उन्हें अन्यथा कोई परेशानी नहीं होती, लेकिन परीक्षा वाली रात को उन्हें नींद नहीं आती। वे अपनी पढ़ाई करते रहते हैं और साथ ही सोने की कोशिश भी, लेकिन उन्हें नींद नहीं आती। वे सारी रात तो एक दम तरोताजा महसूस करते हैं, लेकिन सुबह के समय, उन पर नींद हावी होने लगती है। वे येन केन प्रकारेण,(Any How) दवा इत्यादि लेकर परीक्षा देने पहुँच जाते हैं, लेकिन नींद पूरी नहीं होने के कारण वे पूर्ण मनोयोग और ध्यान से परीक्षा देने में असमर्थ होते हैं। जैसा हमने लिखा है कि परीक्षा में MARKS , आपके द्वारा लिखे उत्तरों के आधार पर ही मिलते हैं, न कि आपके द्वारा की गई मेहनत के आधार पर। पूरी नींद नहीं ले पाना भी टॉपर बनने के रास्ते की एक बड़ी रुकावट सिद्ध हो सकती है।

4 परीक्षा के दिनों में अस्वस्थ हो जाना (Topper kaise Bane part 2)

ऐसा भी कई बार देखने में आता है कि अक्सर छात्र पूरे वर्ष पूरी मेहनत करते हैं, अपने दिन-रात एक कर देते हैं, लेकिन खाने-पीने के प्रति उदासीन हो जाते हैं, जिसका परिणाम कई बार यह होता है कि वे परीक्षा के दिनों में अस्वस्थ हो जाते हैं। जिस तरह से परीक्षा में अच्छे MARKS लाने के लिए मेहनत करना आवश्यक है, उसी तरह परीक्षा के दिनों में स्वस्थ और तरोताजा रहना भी आवश्यक है। अपने स्वास्थ्य का ध्यान, आपको स्वयं ही रखना है।

5 अन्य कारण (Topper kaise Bane part 2)

उपरोक्त प्रमुख कारणों के अतिरिक्त भी अन्य कई कारण हो सकते हैं, जो आपको अच्छे MARKS  से वंचित कर देते हैं। छात्र पूरे वर्ष तो कठिन मेहनत करते हैं, लेकिन परीक्षा तिथि से पूर्व आवश्यक तैयारियाँ नहीं करने के कारण वे स्वयं को बड़ी विषम परिस्थितियों में डाल लेते हैं जैसे—

  • (i) परीक्षा स्थल का सही पता नहीं होने के कारण वे परीक्षा स्थल पर कई बार देर से पहुँचते हैं।
  • (ii) परीक्षा स्थल पर पहुँचने हेतु घर से ही देरी से प्रस्थान करते हैं। रास्ते में कई बार लग जाने वाले ‘जाम’ का सही अनुमान न लगा पाने के कारण वे परीक्षा केन्द्र पर एकदम समय पर ही पहुँचते हैं, जिससे उनको परीक्षा वाले कमरे को ढूँढने में हडबड़ाहट का सामना करना पड़ता है।
  • (iii) परीक्षा वाले दिन, प्रयुक्त किए जाने वाले वाहन (स्कूटर / मोटरसाइकिल या कार ) का सही हालत में नहीं होने के कारण कई बार उन्हें बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है।
  • (iv) किसी साक्षात्कार (Interview ) या सामूहिक परिचर्चा (Group Discussion) हेतु जाते समय कपड़ों का सही हालत में नहीं होना; जैसे—पैन्ट पर सलवटें या कमीज (शर्ट) में बटन टूटा होना या प्रेस ठीक से नहीं होना अथवा जूतों पर पहले से पॉलिश आदि न होने से भी हड़बड़ाहट – सी हो जाती है।
  • इस तरह की हड़बड़ाहट से छात्र घबरा जाता है या तनाव में आ जाता है। अतः इन सबसे बचने लिए आवश्यक है कि परीक्षा हेतु इस तरह की तैयारियाँ पूर्व में ही कर ली जाएँ ।

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सावधानियाँ (Precaution)

कुछ कारण इस प्रकार के हैं, जिन्हें छात्र महत्त्वहीन समझकर ध्यान नहीं देते, लेकिन इनके कारण छात्र अपना सन्तुलन खो बैठते हैं; जैसे-हड़बड़ाहट के कारण उनके द्वारा की गई पूरी मेहनत असफल हो जाती है। ध्यान रखें, परीक्षा के दिनों में हमेशा परीक्षा स्थल पर कम-से-कम 15 मिनट पूर्व पहुँच जाएँ इसे किसी भी कीमत पर सुनिश्चित करें। परीक्षा के लिए, अपना प्रवेश-पत्र, पेन, पेन्सिल, रबर, शार्पनर आदि पहले से ही सम्भाल कर रख लें। यदि स्वयं के स्कूटर, मोटरसाइकिल या कार से जाना है, तो पूर्व में ही उसे चैक कर लें कि पेट्रोल आदि है या नहीं, कहीं कोई टायर पंक्चर तो नहीं है। इन बातों का पूर्व में ही ध्यान रखें। इस प्रकार जो कपड़े पहनने हैं, उनके बटन, चैन आदि चैक कर लें। टाई पर प्रेस है या नहीं, सूट पर सलवटें तो नहीं हैं, इन सभी बातों का पहले से ध्यान रखना, सन्तुलित होकर परीक्षा देने के लिए आवश्यक है।

https://shakespeareforyou.blogspot.com/2020/10/class-9-rain-on-roof-by-coates-kinney.html

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